निजी अस्पताल-एनजीओ की मदद से शहर होगा डेंगू-मलेरिया मुक्त
मिलेनियम सिटी को निजी अस्पताल-एनजीओ की मदद से डेंगू-मलेरिया मुक्त
किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग को सीएसआर के तहत संसाधन मुहैया कराएंगे। इसके
अलावा विशेष क्षेत्रों को डेंगू-मलेरिया मुक्त करने में मदद करेंगे।
सिविल लाइंस स्थित सीएमओ कार्यालय में सिविल सर्जन ने निजी अस्पताल, स्वास्थ्य कंपनियां के साथ बैठक की। जिसमें शहर के बड़े अस्पताल समेत दो दर्जन प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में सीएमओ ने डेंगू-मलेरिया से निपटने को लेकर प्रतिबद्धता दिखायी। सीमित सरकारी संसाधनों को देखते हुए सीएसआर के तहत सहयोग मांगा। जिसमें निजी अस्पताल, स्वास्थ्य कंपनियों और एनजीओ ने सकारात्मक रुख दिखाया। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सभी को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गईं। इस अवसर पर सीएमओ ने कहा कि हर साल डेंगू-मलेरिया के मामलों में कमी आयी है। निजी अस्पतालों के सहयोग से शहरवासियों को स्वस्थ्य रखने में काफी हद तक कामयाबी मिली है। उन्होंने कहा कि डेंगू-मलेरिया पर अंकुश उनके फैलने से पहले लगाना होगा। बीमारियों के सीजन से पहले ही रोकथाम की जाएगी।
कंपनियों की ये होगी जिम्मेदारी
डीएचएफएल इंश्योरेंस कंपनी शहर भर में जागरूकता को लेकर 55 बड़े होर्डिंग और 1 लाख पंफलेट लगाएगी। इसके अलावा वेबसाइट के जरिए लोगों को बीमारी से जुड़े लक्षण-बचाव बताएगी। डीएलएफ फाउंडेशन पूरे डीएलएफ क्षेत्र एंटी लार्वा जांच और जागरूकता की जिम्मेदारी को संभालेगा। पावर ग्रिड कॉरपोरेशन की तरफ से एंटी लार्वा जांच के लिए 100 कर्मचारी दिए जाएंगे। ये कर्मचारी घर-घर जाकर एंटी लार्वा की जांच बीमारी के सीजन में करेंगे। इसके अलावा आर्टिमस और फोर्टिस अस्पताल की तरफ से एंटी लार्वा जांच के लिए 10 गाड़ियां दी जाएगी। रॉकलैंड अस्पताल मानेसर क्षेत्र को डेंगू मुक्त करने के लिए कार्य करेगा। इसके लिए जागरूकता से लेकर एंटी लार्वा जांच अभियान चलाए जाएंगे।
स्कूलों में अभियान
शहर के निजी-सरकारी स्कूलों में जागरूकता को लेकर अभियान चलाए जाएंगे। मेदांता अस्पताल को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। अस्पताल के वालंटियर स्कूलों में जाकर छात्रों को डेंगू-मलेरिया के कारणों से अवगत कराएंगे। ताकि छात्र घर जाकर साफ-सफाई कर सकें। इसके अलावा शहर के निजी अस्पतालों के प्रतिक्षा कक्ष में डेंगू-मलेरिया जागरूकता को लेकर वीडियो चलेंगे। मेदांता अस्पताल की तरफ से ही वीडियो तैयार कर अस्पतालों को भेजा जाएगा।
एंटी लार्वा की जांच
शहर में एंटी लार्वा की जांच अप्रैल के अंत में शुरू कर दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग मई के बजाए डेढ़ माह पहले अभियान शुरू करेगा। अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल तक मई में अभियान शुरू किया गया था। लेकिन अभी तक 5 डेंगू संदिग्धों आने के बाद अप्रैल से ही अभियान शुरू करने का फैसला किया है।
सिविल लाइंस स्थित सीएमओ कार्यालय में सिविल सर्जन ने निजी अस्पताल, स्वास्थ्य कंपनियां के साथ बैठक की। जिसमें शहर के बड़े अस्पताल समेत दो दर्जन प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में सीएमओ ने डेंगू-मलेरिया से निपटने को लेकर प्रतिबद्धता दिखायी। सीमित सरकारी संसाधनों को देखते हुए सीएसआर के तहत सहयोग मांगा। जिसमें निजी अस्पताल, स्वास्थ्य कंपनियों और एनजीओ ने सकारात्मक रुख दिखाया। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सभी को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गईं। इस अवसर पर सीएमओ ने कहा कि हर साल डेंगू-मलेरिया के मामलों में कमी आयी है। निजी अस्पतालों के सहयोग से शहरवासियों को स्वस्थ्य रखने में काफी हद तक कामयाबी मिली है। उन्होंने कहा कि डेंगू-मलेरिया पर अंकुश उनके फैलने से पहले लगाना होगा। बीमारियों के सीजन से पहले ही रोकथाम की जाएगी।
कंपनियों की ये होगी जिम्मेदारी
डीएचएफएल इंश्योरेंस कंपनी शहर भर में जागरूकता को लेकर 55 बड़े होर्डिंग और 1 लाख पंफलेट लगाएगी। इसके अलावा वेबसाइट के जरिए लोगों को बीमारी से जुड़े लक्षण-बचाव बताएगी। डीएलएफ फाउंडेशन पूरे डीएलएफ क्षेत्र एंटी लार्वा जांच और जागरूकता की जिम्मेदारी को संभालेगा। पावर ग्रिड कॉरपोरेशन की तरफ से एंटी लार्वा जांच के लिए 100 कर्मचारी दिए जाएंगे। ये कर्मचारी घर-घर जाकर एंटी लार्वा की जांच बीमारी के सीजन में करेंगे। इसके अलावा आर्टिमस और फोर्टिस अस्पताल की तरफ से एंटी लार्वा जांच के लिए 10 गाड़ियां दी जाएगी। रॉकलैंड अस्पताल मानेसर क्षेत्र को डेंगू मुक्त करने के लिए कार्य करेगा। इसके लिए जागरूकता से लेकर एंटी लार्वा जांच अभियान चलाए जाएंगे।
स्कूलों में अभियान
शहर के निजी-सरकारी स्कूलों में जागरूकता को लेकर अभियान चलाए जाएंगे। मेदांता अस्पताल को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। अस्पताल के वालंटियर स्कूलों में जाकर छात्रों को डेंगू-मलेरिया के कारणों से अवगत कराएंगे। ताकि छात्र घर जाकर साफ-सफाई कर सकें। इसके अलावा शहर के निजी अस्पतालों के प्रतिक्षा कक्ष में डेंगू-मलेरिया जागरूकता को लेकर वीडियो चलेंगे। मेदांता अस्पताल की तरफ से ही वीडियो तैयार कर अस्पतालों को भेजा जाएगा।
एंटी लार्वा की जांच
शहर में एंटी लार्वा की जांच अप्रैल के अंत में शुरू कर दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग मई के बजाए डेढ़ माह पहले अभियान शुरू करेगा। अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल तक मई में अभियान शुरू किया गया था। लेकिन अभी तक 5 डेंगू संदिग्धों आने के बाद अप्रैल से ही अभियान शुरू करने का फैसला किया है।
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