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Tuesday, 20 February 2018

गुरुग्राम :-- एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई

हड़ताल से दिनभर भटकते रहे मरीज

सिविल सर्जन के विरोध में एनएचएम कर्मचारी मंगलवार को हड़ताल पर चले गए। इससे स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई। दिनभर मरीज इधर-उधर भटकते रहे। जिला अस्पताल समेत दूसरे नागरिक अस्पतालों में लंबी-लंबी कतार लग गईं।
सीएमओ के नहीं मिलने से खफा एनएचएम कर्मचारी संगठन की गुरुग्राम इकाई ने हड़ताल कर दी। हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं ठप रहीं। मेडिकल वार्ड से लेकर ओपीडी में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसके अलवावा लैब में समय पर जांच नहीं होने से रिपोर्ट नहीं मिल सकीं। पूरे जिले के करीब 625 कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए। इनमें जिला नागरिक अस्पताल के करीब 120 कर्मचारी थे।
मालूम हो कि बर्खास्त एनएचएम कर्मचारियों की बहाली को लेकर संगठन का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को सीएमओ से मिलने गया था। सीएमओ ने प्रतिनिधिमंडल के पहले समय न लेने के कारण मिलने से इंकार कर दिया। इसके बाद संगठन की तरफ से डाक के जरिए ज्ञापन सीएमओ के पास भेजा गया। 48 घंटे के भीतर बर्खास्त कर्मचारियों को बहाल करने का अल्टीमेटम दिया गया। 48 घंटे गुजर जाने और सीएमओ के नहीं मिलने से खफा कर्मचारी सीएमओ कार्यालय परिसर में जिला अध्यक्ष हरिराज के नेतृत्व में कर्मचारी धरने पर बैठ गए।
जिला अध्यक्ष हरिराज ने कहा कि सिविल सर्जन अस्पताल को जागीर और कर्मचारियों को गुलाम न समझें। उनके गलत व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन एनएचएम कर्मचारियों के साथ व्यवहार सुधारें और बर्खास्त करने के आदेशों को वापस लें। ऐसा नहीं करने पर बड़े विरोध का सामना करना पड़ेगा। इस अवसर पर भारतीय मजदूर संघ के पवन चौधरी, सरिता, शक्ति सिंह, लोकश शर्मा, नरेश सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा
कर्मचारियों ने अस्पताल से लघुसचिवालय तक रैली निकाली। जहां जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। वहीं एनएचएम कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन को लेकर सीएमओ की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। सीएमओ डॉ. बीके राजौरा से कई बार संपर्क करने के बावजूद उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

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